Attitude shayariHindi Shayari

50+ Best gussa female attitude shayari In hindi

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गुस्सा मुझे आता नहीं, मैं खुद उसे बुलाती हूँ।

 

गुस्सा तो बस एक बहाना है, मेरे अंदर का तूफान तो तूने अभी देखा ही नहीं।

 

मेरा गुस्सा इतना तेज़ है कि तू तो बस शुरुआत देख पा रहा है।

 

जब मैं गुस्सा होती हूँ, तो दीवारें भी कहती हैं, बेचारे बच के कहाँ जाएंगे।

 

गुस्सा तो मुझे आता है, और वो भी इतना कि सामने वाले को भी गुस्सा आ जाए।

 

मेरा गुस्सा तबाही मचा देता है, तू तो बस ख़ामोश रह जा।

 

जिस दिन मेरा गुस्सा ख़त्म हो जाएगा, उस दिन तू भी दुनिया से ख़त्म हो जाएगा।

 

मेरा गुस्सा एक आग की तरह है, जिसे बुझाने के लिए तू तो नहीं है।

 

जब मैं गुस्सा होती हूँ, तो इस दुनिया की सारी खुशियाँ भी ग़ालिब हो जाती हैं।

 

गुस्से में भी मेरी एक शरारत होती है, जिसे तू समझ ही नहीं पाता।

 

मेरा गुस्सा मेरी पहचान है, तू इसे समझने की कोशिश भी मत कर।

 

गुस्सा है मेरा ख़ासियत, जिसे सुधारने की कोई जरुरत नहीं।

 

जब मैं गुस्सा होती हूँ, तो समझ जाओ कि बात ख़त्म हो गई।

 

गुस्सा है मेरा राज, जिसे तू सुलझा नहीं सकता।

 

मेरा गुस्सा एक आग की तरह है, जो जलाता है सबको, पर स्वयं भी नष्ट हो जाता है।

 

जब मेरा गुस्सा उभरता है, तो सबको पता चलता है कि अब खेल खत्म हो गया।

 

गुस्से में जब मैं चुप रहती हूँ, तो समझ लेना कि अब तू दूर ही रहे।

 

मेरा गुस्सा एक चुटकुला है, जिसे समझने की तुझे कोई आधारशिला नहीं।

 

जब मैं गुस्सा होती हूँ, तो दुनिया भी मेरे आगे हार मान लेती है।

 

मेरा गुस्सा मेरा सबसे बड़ा शत्रु है, और मैं उसे हर बार हराती हूँ।

 

गुस्से में मेरी आँखों में आग होती है, जिसे देख कर सब डर जाते हैं।

 

मेरा गुस्सा एक चीटकुला है, जिसे सुलझाने की कोई वजह नहीं होती।

 

गुस्से में मेरी एक मुस्कान भी तेरे लिए ख़तरनाक हो सकती है।

 

जब मैं गुस्सा होती हूँ, तो सब कुछ बेहद कर देती हूँ, और फिर उसे सुधारना तेरी जिम्मेदारी होती है।

 

मेरा गुस्सा एक आवाज़ है, जिसे तू सुनना नहीं चाहेगा।

 

जब मैं गुस्सा होती हूँ, तो मेरे अंदर की शैतानी तेरे सामने आ जाती है।

 

गुस्सा है मेरी शक्ति, और उसे तू नहीं रोक सकता।

 

मेरा गुस्सा मेरी महिमा है, जिसे तू छू भी नहीं सकता।

 

जब मैं गुस्सा होती हूँ, तो समझ जाओ कि दहशत आ गई है।

 

गुस्सा है मेरा विशेषज्ञता, जिसे तू समझ नहीं सकता।

 

जब मैं गुस्सा होती हूँ, तो तू भी अच्छे से जानता है कि अब बात ख़त्म हो गई।

 

गुस्सा है मेरी सबसे बड़ी सजा, जिसे मैं सबको देती हूँ।

 

मेरा गुस्सा एक आग है, जिसे तू बुझा नहीं सकता।

 

जब मैं गुस्सा होती हूँ, तो दुनिया भी मेरे सामने झुक जाती है।

 

गुस्से में मेरी एक मुस्कान भी तेरे लिए ख़तरनाक हो सकती है।

 

मेरा गुस्सा एक चीटकुला है, जिसे सुलझाने की कोई वजह नहीं होती।

 

गुस्से में मेरी आँखों में आग होती है, जिसे देख कर सब डर जाते हैं।

 

मेरा गुस्सा मेरी पहचान है, तू इसे समझने की कोशिश भी मत कर।

 

गुस्से में जब मैं चुप रहती हूँ, तो समझ लेना कि अब तू दूर ही रहे।

 

गुस्सा मुझे आता नहीं, मैं खुद उसे बुलाती हूँ।

 

जिन्हें मेरा गुस्सा संभालना नहीं आया, वो अभी भी सिख रहे हैं।

 

गुस्सा तो बस एक बहाना है, मेरे अंदर का तूफान तो तूने अभी देखा ही नहीं।

 

मेरा गुस्सा इतना तेज़ है कि तू तो बस शुरुआत देख पा रहा है।

 

जब मैं गुस्सा होती हूँ, तो दीवारें भी कहती हैं, बेचारे बच के कहाँ जाएंगे।

 

गुस्से में मेरी एक मुस्कान भी तेरे लिए ख़तरनाक हो सकती है।

 

मेरा गुस्सा एक चीटकुला है, जिसे सुलझाने की कोई वजह नहीं होती।

 

गुस्से में मेरी आँखों में आग होती है, जिसे देख कर सब डर जाते हैं।

 

मेरा गुस्सा मेरी पहचान है, तू इसे समझने की कोशिश भी मत कर।

 

गुस्से में जब मैं चुप रहती हूँ, तो समझ लेना कि अब तू दूर ही रहे।

 

गुस्सा मुझे आता नहीं, मैं खुद उसे बुलाती हूँ।

 

जिन्हें मेरा गुस्सा संभालना नहीं आया, वो अभी भी सिख रहे हैं।

 

गुस्सा तो बस एक बहाना है, मेरे अंदर का तूफान तो तूने अभी देखा ही नहीं।

 

मेरा गुस्सा इतना तेज़ है कि तू तो बस शुरुआत देख पा रहा है।

 

जब मैं गुस्सा होती हूँ, तो दीवारें भी कहती हैं, बेचारे बच के कहाँ जाएंगे।

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