जलने वाले तो जलते रहेंगे, हम तो चिराग हैं, रोशनी भरते रहेंगे।
हम वो शौक़ीन हैं जो दिल में तूफ़ान लेकर चलते हैं, और लोग कहते हैं की हवा बदल गई।
तू बन्दूक हैं, मुझे बातों से नहीं, डर से डर लगता हैं।
हम उस वक़्त अकेले चलते हैं, जब लोग हमारे साथ चलने से कतराते हैं।
खुद की राह पे चलना सिखो, ताक़त की राह पे कोई भी चल लेता है।
हम उस राह पे चले जाते हैं, जिसके डर से लोग कहते हैं, वहाँ जाना ख़तरनाक हैं।
हम अकेले हैं, लेकिन अकेले नहीं, हमारा अकेलापन हमारी पहचान हैं।
जिस दिन हमारी निगाहें भीर हो जाएँगी, तब तक हम उन्हें संभालते रहेंगे।
हम बेबाक लोग हैं, बेबाकी से दुनिया को देखते हैं।
हम उस राह पे चलते हैं, जिसकी बात लोग खौफज़दा हो जाते हैं।
हम अपनी राह पे चलते हैं, क्योंकि हमारी मंज़िल किसी और की सोच से बढ़कर है।
तू कितना भी बुरा कह ले, हमारा दुश्मन तो हम ही हैं।
हम दिल में बसे हैं, और दिमाग़ में विश्वास।
जीत हमारी निश्चित है, बस थोड़ी सी तैयारी बाकी है।
नकल उनसे करते हैं जिन्हें हम बराबर समझते हैं, हम तो अनूठे हैं उनकी महोफ़िल में।
हम जिस्म में नहीं, दिल में दरिया रखते हैं।
हमारी ताक़त हैं, हमारी सोच, और हम उसी सोच के साथ आगे बढ़ते हैं।
हम जलते हैं तो उस चिराग से जलते हैं, जिसे भुजा दिया गया हो।
लोग हमें जलते हैं, ये हमारे आत्मविश्वास का परिणाम है।
हम बदले नहीं, हम तो अपने असली रूप में दिखते हैं, बस दुनिया की आँखों में कमी है।
हम वक्त की तरह हैं, जो बदलते ही रहते हैं, पर हमारी कदर करते हैं सिर्फ वही लोग जो हमें समझते हैं।
जिसे हम अपना समझते हैं, उसे हम अपने साथ लेकर चलते हैं, बाकी सबको दरवाज़े पर खड़ा होने का स्वागत है।
हमारी सोच उस लिए ख़ास है, क्योंकि हम जो करते हैं, उसे लोग सिर्फ मिटाने की कोशिश करते हैं।
हम जो कहते हैं, वो करते नहीं, लेकिन जो करते हैं, वो कभी नहीं कहते।
दुनिया हमें बदलने की कोशिश करती है, लेकिन हम बस अपने तरीके से ही अद्वितीय हैं।
हम उन दिनों के लिए काम करते हैं, जो लोग अपनी मंज़िल तक पहुंचने में विफल रहते हैं।
जब हम स्वीकार करते हैं, तो लोग चुकाने में विफल हो जाते हैं, और जब हम चुकाते हैं, तो लोग स्वीकार करने में विफल हो जाते हैं।
हमारी ज़िंदगी हमारे अहम और नाम हैं, और हम दोनों पर गर्व करते हैं।
लोग हमें जलाते हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि हम जलते हुए भी चमकते हैं।
हम उस चिराग़ की तरह हैं, जिसे हवा का झोंका बुझा नहीं सकता, बल्कि उसे और ज्यादा जलने की शिद्दत देता है।
हमारा दिल वहाँ तक नहीं पहुंचता, जहाँ तक हमारी सोच पहुंच जाती है।
लोग हमें समझ नहीं पाते, क्योंकि हम खुद को समझ नहीं पाते।
हमारी स्थिति तब बदलती है, जब हम खुद को बदल लेते हैं।
हम अपनी ज़िंदगी को खुद ही तय करते हैं, और लोग सिर्फ उसे देखते हैं।
हम उस दरिया के लिए तैयार हैं, जिसके लिए लोग तरसते हैं, लेकिन डरते हैं पार करने से।
लोग हमें बदलने की कोशिश करते हैं, लेकिन हम अपनी मूर्खता से प्यार करते हैं।
हमारा अहम हमारी ताक़त है, और हम उसे सिर्फ उसी वक्त खोते हैं जब हम उसे खोते हैं।
हम उस राह पे चलते हैं, जिस पर लोगों की निगाहें होती हैं, और हम उसे खोजते हैं जिस पर हमारी मंज़िल होती है।
लोग हमें अकेले छोड़ देते हैं, और हम उन्हें अकेला छोड़ देते हैं।
हम ज़िन्दगी के सफर में हर मोड़ पे हंसते हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि हंसना और रोना दोनों सिर्फ इंसानों का ही काम है।
हम उस जगह से हैं, जहां सपनों की कीमत सबसे ज्यादा है।
लोग हमें जलाते हैं, लेकिन वे नहीं जानते कि हम जलते हुए भी रोशनी फैलाते हैं।
हमारी आवाज़ सुनने वाले काफी हैं, क्योंकि हम केवल अपने लिए नहीं, दूसरों के लिए भी बोलते हैं।
जब लोग हमारे बारे में गलतफहमी करते हैं, तब हम अपनी असलीता से और भी करीब आते हैं।
हमारी खामियों को नकल करने वाले हमसे बेहतर कुछ नहीं कर सकते, क्योंकि हमारी खामियां हमें खास बनाती हैं।
हमारी जिंदगी हमारी मर्ज़ी से चलती है, और हमें किसी की राय की ज़रूरत नहीं होती।
लोग हमें बदलने की कोशिश करते हैं, लेकिन हम अपनी सोच को हमेशा समझ़दारी से बदलते हैं।
हमारी अदालत में जज हमारे अन्दर के दुश्मन की शिकायत नहीं, बल्कि हमारे अंदर के दुश्मन की चीखें सुनते हैं।
लोग हमें कभी समझ नहीं सकते, क्योंकि हम उन्हें समझने का मौका ही नहीं देते।
हम उस मुकाम पर हैं, जहां पर सिर्फ सच की ही रोशनी होती है, और हमें वहां पहुंचने का गर्व है।
हम उस दुनिया के बारे में सोचते हैं, जिसकी तुलना में यहाँ कोई दूसरा नहीं है।
लोग हमें जलाते हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि हम आग का फूल हैं।
हम उस मंज़िल की तलाश में हैं, जिसकी तलाश दुनिया कर रही है।
लोग हमें गिराने की कोशिश करते हैं, लेकिन हम तो सिर्फ उठने के लिए ही बैठे हैं।
हम उस राह पर चलते हैं, जहां लोग सिर्फ मुसाफिर हैं, और हमारी मंज़िल हैं हमारा आत्मविश्वास।
जब लोग हमारे बारे में बुरा कहते हैं, तब हम समझते हैं कि हम उनके जीने की वजह हैं।
हम उस वक़्त तक नहीं रुकते, जब तक लोग हमें जानते नहीं होते।
लोग हमें बदलने की कोशिश करते हैं, लेकिन हम अपनी असलीता से कभी नहीं बदलते।
हम ज़िन्दगी के सफर में हर मोड़ पे हंसते हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि मुस्कान और रोना दोनों सिर्फ इंसानों का ही काम है।
लोग हमें देखकर हैरान होते हैं, क्योंकि हम अपनी सोच को बदलते रहते हैं, लेकिन हमें कभी नहीं।